Practical Group- Class 12

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प्रयोग संख्या -01

उद्देश्य :-आक्सैलिक अम्ल का M/30 सांद्रता का 250mL मानक विलयन बनाकर अनुमापन (Titration) द्वारा दिए गए KMnO4 विलयन की मोलरता ज्ञात कीजिए |

आवश्यक उपकरण एवं सामग्री :-ब्यूरेट, पिपेट, कोनिकल फ्लास्क, मापक फ्लास्क, ऑक्सेलिक अम्ल, रासायनिक तुला, KMnO4विलयन, बर्नर ,आसुत जल आदि |

सिद्धांत :- ऑक्सेलिक (H2C2O4.2H2O)अम्ल का M/30 सांद्रता का 250 mL मानक विलयन बनाने के लिए आवश्यक अम्ल की मात्रा(w)-

      w =अणुभार×मोलरता×आयतन/1000

      w =126×(1/30)×250/1000

      w =1.050 ग्राम

रासायनिक तुला पर 1.050 ग्राम आक्सैलिक अम्ल तोल कर एक कोनिकल फ्लास्क में 250mL आसुत जल में घोलें तथा जल अपघटन रोकने के लिए थोड़ा सान्द्र H2SO4 मिलाये | इस M/30 आक्सैलिक अम्ल के सांद्रता वाले विलयन का अनुमापन KMnO4 विलयन से करने पर निम्न अभिक्रिया होती है-

MnO4–  +  8H+ +5e–    —> Mn++  4H2O ]×2

C2O4– –  —>  2CO2  +  2e  ]×5

अथवा सपूर्ण अभिक्रिया:-

 2 MnO4–  +16 H + 5 C2O4– –  —->2Mn++  + 8H2O + 10CO2

सूचक :- KMnO4 एक स्वयं सूचक (self indicator) है |

अन्तिम बिन्दु :- रंगहीन से स्थायी गुलाबी

विधि :- (1)आक्सैलिक अम्ल (ठोस) की 1.050 ग्राम मात्रा को रासायनिक तुला पर  तोलिये |

               (2) तोली गयी मात्रा को कांच की कीप द्वारा कोनिकल फ्लास्क में डालिए| इसमें धीरे-धीरे जल मिलाइये तथा थोड़ा सांद्र H2SO4 डालिए |

             (3) दिए गए KMnO4 विलयन को ब्यूरेट में भरिए तथा ब्यूरेट में भरे इस    विलयन के तल का पाठ्यांक नोट कीजिये |

             (4) M/30 सांद्रता के बनाये गए आक्सैलिक अम्ल के विलयन को पिपेट की सहायता से कोनिकल फ्लास्क में डालिये |

            (5) इस विलयन में एक परखनली भरकर तनु H2SO4 मिलाइये ,तथा इसे लगभग 60-700C तक गर्म कीजिये |

            (6) अब ब्यूरेट से KMnO4 विलयन को बूँद-बूँद करके कोनिकल फ्लास्क में  आक्सैलिक अम्ल में तब तक मिलाइये जब तब विलयन स्थायी रूप से हल्का गुलाबी न हो जाए | इस दौरान फ्लास्क को हिलाते रहिये |

          (7)  इस प्रयोग की 3-4 बार पुनरावृत्ति कीजिये तथा कम से कम तीन समान पाठयांक लीजिये |

Diagram

प्रेक्षण :- (1) तोलन नली का लगभग भार =7.8 gram

   (2) तोलन नली+आक्सैलिक अम्ल का भार= 8.850 gram

    (3) खाली तोलन नली का सही भार =7.8842 gram

     (4) आक्सैलिक अम्ल का भार =1.050 gram

     (5)  पिपेट की धारिता = 25mL

क्रम संख्याआक्सैलिक अम्ल(Volume)ब्यूरेट का पाठयांक(Initial)ब्यूरेट का पाठयांक(Final)प्रयुक्त KMnO4
125 mL0.00 mL6.6 mL6.6 mL
225 mL0.00 mL6.7 mL6.7 mL
325 mL0.00 mL6.7 mL6.7 mL

(observation table)

प्रयुक्त KMnO4 =6.7 mL (समान पाठयांक)

गणनाएं :-N1×V1 (KMn04) =N2×V2 (आक्सैलिक अम्ल)

               n1×M1×V1(KMn04)= n2×M2×V2(आक्सैलिक अम्ल)

                          5×M1×6.7   =  2×(1/30) ×25

                                           M1 = 0.05 mol/L

परिणाम :-दिए गए विलयन की मोलरता =  0.05  M

सावधानियां :-

(1) अनुमापन करते समय ब्यूरेट के ऊपर से फनल (कीप) हटा देना चाहिए |

(2) कोनिकल फ्लास्क को आक्सैलिक अमल विलयन से खंगालना चाहिए |   

(3) ब्यूरेट के जेट में वायु के बुलबुले नहीं रहने चाहिए |

(4) पिपेट की नोक में बचा द्रव फूँक  मार कर नहीं निकालना चाहिए क्योंकि वह  निर्धारित आयतन से अतिरिक्त होता है|