Chemistry Practical class 11

SYLLABUS


प्रैक्टिकल कॉपी में लिखना है |


लवण – अम्ल तथा क्षार की अभिक्रिया से जल के अतिरिक्त जो पदार्थ बनता है उसे लवण कहते हैं। example: NaOH + HCl => NaCl + H2O
अम्लीय मूलक (ऋणायन )- लवण का वह भाग जो अम्ल से आता है उसे अम्लीय मूलक कहते हैं । जैसे सोडियम क्लोराइड में क्लोराइड आयन (Cl)।
क्षारीय मूलक (धनायन )- लवण का वह भाग जो क्षार से आता है उसे क्षारीय मूलक कहते हैं । जैसे सोडियम क्लोराइड में सोडियम आयन (Na+) ।
लवण विश्लेषण – दिए गए लवण में उपस्थित अम्लीय मूलक तथा क्षारीय मूलक की पहचान प्रयोगशाला में रासायनिक परीक्षणों द्वारा की जाती है , इसे लवण विश्लेषण कहतें हैं ।
अम्लीय मूलकों का वर्गीकरण
प्रथम समूह – इस समूह में वे अभिकर्मक हैं जो dil H2SO4 से अभिक्रिया करते हैं , तथा विशिष्ट रंग या गंध वाली गैस देते हैं ।
इस समूह में निम्न अम्लीय मूलक हैं –

  • कार्बोनेट CO3– –
  • सल्फाइड S– –
  • सल्फाइट SO3– –
  • नाइट्राइट NO2
  • एसिटेट CH3COO

द्वितीय समूह – इस समूह में वे अभिकर्मक हैं जो conc H2SO4 से अभिक्रिया करते हैं , तथा विशिष्ट रंग या गंध वाली गैस देते हैं ।
इस समूह में निम्न अम्लीय मूलक हैं –

  • क्लोराइड Cl
  • ब्रोमाइड Br
  • आयोडाइड I
  • नाइट्रेट NO3
  • ऑक्सलेट C2O4– –

तृतीय समूह – इस समूह में वे अम्लीय मूलक हैं जिनकी पहचान विशेष परीक्षण द्वारा की जाती है ।
इस समूह में निम्न अम्लीय मूलक हैं –

  • सल्फेट SO4– –
  • फॉस्फेट PO4– – –


यह प्रयोग नए पेज से लिखिए ।

प्रयोग संख्या – 01

उद्देश्य :- दिए गए लवण (मिश्रण) में एक अम्लीय मूलक तथा एक क्षारीय मूलक की पहचान कीजिये I

आवश्यक उपकरण :-टेस्ट ट्यूब,फ़िल्टर पेपर ,बर्नर, स्प्रिट लैम्प , टेस्ट ट्यूब होल्डर ,अभिकर्मक इत्यादि I

प्रेक्षण तालिका :- अम्लीय मूलक की पहचान करना –

क्र0सं0              प्रयोग    प्रेक्षण    निष्कर्ष
1मिश्रण +तनु H2SO(ठन्डे में)
थोड़ा सा गर्म करने पर
कोई क्रिया नहींप्रथम समूह अनुपस्थित
2(i) मिश्रण + सांद्र H2SO4 थोड़ा सा गर्म करने परतीक्ष्ण गंधयुक्त गैसद्वितीय समूह संभव
 (ii) परखनली के मुख पर NH4OH से भीगी छड़ लाने परसफ़ेद धुआं निकलता हैCl निश्चित
 (iii)मिश्रण + तनु HNO3 +AgNO3सफ़ेद अवक्षेप , NH4OH में विलेयCl निश्चित

रासायनिक अभिक्रियाएं :-

2NaCl + H2SO4 ——-> Na2SO+2HCl

NH4OH + HCl ———> NH4Cl + H2O

NaCl + AgNO3 ——-> AgCl  + NaNO3

प्रेक्षण तालिका :- क्षारीय  मूलक की पहचान करना –

क्र0सं0              प्रयोग     प्रेक्षणनिष्कर्ष
1    मिश्रण + NaOH
थोड़ा सा गर्म करने पर  
अमोनिया  की गंध
आती है  
NH4+
संभव  
2परखनली के मुख पर
NH4OH से भीगी छड़
लाने पर
सफ़ेद धुआं
निकलता है
NH4+
निश्चित

रासायनिक अभिक्रियाएं :-

NH4Cl + NaOH   —–>   NaCl + H2O + NH3

NH3 + HCl           —–>    NH4Cl

परिणाम :- दिए गए लवण में उपस्थित  एक  अम्लीय मूलक तथा  एक  क्षारीय मूलक निम्न हैं –

          (i) अम्लीय मूलक …. Cl ( क्लोराइड आयन )

          (ii) क्षारीय मूलक …… NH4+ ( अमोनियम आयन )

प्रयोग संख्या -02

उद्देश्य :-आक्सैलिक अम्ल का M/30 सांद्रता का 250mL मानक विलयन बनाकर अनुमापन (Titration) द्वारा दिए गए KMnO4 विलयन की मोलरता ज्ञात कीजिए |

आवश्यक उपकरण एवं सामग्री :-ब्यूरेट, पिपेट, कोनिकल फ्लास्क, मापक फ्लास्क, ऑक्सेलिक अम्ल, रासायनिक तुला, KMnO4विलयन, बर्नर ,आसुत जल आदि |

सिद्धांत :- ऑक्सेलिक (H2C2O4.2H2O)अम्ल का M/30 सांद्रता का 250 mL मानक विलयन बनाने के लिए आवश्यक अम्ल की मात्रा(w)-

      w =अणुभार×मोलरता×आयतन/1000

      w =126×(1/30)×250/1000

      w =1.050 ग्राम

रासायनिक तुला पर 1.050 ग्राम आक्सैलिक अम्ल तोल कर एक कोनिकल फ्लास्क में 250mL आसुत जल में घोलें तथा जल अपघटन रोकने के लिए थोड़ा सान्द्र H2SO4 मिलाये | इस M/30 आक्सैलिक अम्ल के सांद्रता वाले विलयन का अनुमापन KMnO4 विलयन से करने पर निम्न अभिक्रिया होती है-

MnO4–  +  8H+ +5e–    —> Mn++  4H2O ]×2

C2O4– –  —>  2CO2  +  2e  ]×5

अथवा सपूर्ण अभिक्रिया:-

 2 MnO4–  +16 H + 5 C2O4– –  —->2Mn++  + 8H2O + 10CO2

सूचक :- KMnO4 एक स्वयं सूचक(self indicator)है|

अन्तिम बिन्दु :- रंगहीन से स्थायी गुलाबी

विधि :- (1)आक्सैलिक अम्ल (ठोस) की 1.050 ग्राम मात्रा को रासायनिक तुला पर  तोलिये |

               (2) तोली गयी मात्रा को कांच की कीप द्वारा कोनिकल फ्लास्क में डालिए| इसमें धीरे-धीरे जल मिलाइये तथा थोड़ा सांद्र H2SO4 डालिए |

             (3) दिए गए KMnO4 विलयन को ब्यूरेट में भरिए तथा ब्यूरेट में भरे इस    विलयन के तल का पाठ्यांक नोट कीजिये |

             (4) M/30 सांद्रता के बनाये गए आक्सैलिक अम्ल के विलयन को पिपेट की सहायता से कोनिकल फ्लास्क में डालिये |

            (5) इस विलयन में एक परखनली भरकर तनु H2SO4 मिलाइये ,तथा इसे लगभग 60-700C तक गर्म कीजिये |

            (6) अब ब्यूरेट से KMnO4 विलयन को बूँद-बूँद करके कोनिकल फ्लास्क में  आक्सैलिक अम्ल में तब तक मिलाइये जब तब विलयन स्थायी रूप से हल्का गुलाबी न हो जाए | इस दौरान फ्लास्क को हिलाते रहिये |

          (7)  इस प्रयोग की 3-4 बार पुनरावृत्ति कीजिये तथा कम से कम तीन समान पाठयांक लीजिये |

Diagram

प्रेक्षण :- (1) तोलन नली का लगभग भार =7.8 gram

   (2) तोलन नली+आक्सैलिक अम्ल का भार= 8.850 gram

    (3) खाली तोलन नली का सही भार =7.8842 gram

     (4) आक्सैलिक अम्ल का भार =1.050 gram

     (5)  पिपेट की धारिता = 25mL

क्र0 सं0आक्सैलिक
अम्ल
ब्यूरेट का
पाठयांक
(Initial)
ब्यूरेट का
पाठयांक
(Final)
प्रयुक्त
KMnO4
125 mL0.00 mL6.6 mL6.6 mL
225 mL0.00 mL6.7 mL6.7 mL
325 mL0.00 mL6.7 mL6.7 mL

(observation table)

प्रयुक्त KMnO4 =6.7 mL (समान पाठयांक)

गणनाएं :-N1×V1 (KMn04) =N2×V2 (आक्सैलिक अम्ल)

               n1×M1×V1(KMn04)= n2×M2×V2(आक्सैलिक अम्ल)

                          5×M1×6.7   =  2×(1/30) ×25

                                           M1 = 0.05 mol/L

परिणाम :-दिए गए विलयन की मोलरता =  0.05  M

सावधानियां :-

(1) अनुमापन करते समय ब्यूरेट के ऊपर से फनल (कीप) हटा देना चाहिए |

(2) कोनिकल फ्लास्क को आक्सैलिक अमल विलयन से खंगालना चाहिए |   

(3) ब्यूरेट के जेट में वायु के बुलबुले नहीं रहने चाहिए |

(4) पिपेट की नोक में बचा द्रव फूँक  मार कर नहीं निकालना चाहिए क्योंकि वह  निर्धारित आयतन से अतिरिक्त होता है|

प्रयोग संख्या – 03

उद्देश्य :- दिए गए लवण (मिश्रण) में एक अम्लीय मूलक तथा एक क्षारीय मूलक की पहचान कीजिये I

आवश्यक उपकरण :-टेस्ट ट्यूब,फ़िल्टर पेपर ,बर्नर, स्प्रिट लैम्प , टेस्ट ट्यूब होल्डर ,अभिकर्मक इत्यादि I

प्रेक्षण तालिका :- अम्लीय मूलक की पहचान करना –

क्र0सं0  प्रयोग प्रेक्षणनिष्कर्ष
1मिश्रण +तनु H2SO(ठन्डे में)
थोड़ा सा गर्म करने पर
कोई क्रिया नहींप्रथम समूह अनुपस्थित
2(i) मिश्रण + सांद्र H2SO4 थोड़ा सा गर्म करने परतीक्ष्ण गंधयुक्त गैसद्वितीय समूह संभव
 (ii) परखनली के मुख पर NH4OH से भीगी छड़ लाने परसफ़ेद धुआं निकलता हैCl निश्चित
 (iii)मिश्रण + तनु HNO3 +AgNO3सफ़ेद अवक्षेप , NH4OH में विलेयCl निश्चित

रासायनिक अभिक्रियाएं :-

2NaCl + H2SO4 ——-> Na2SO+2HCl

NH4OH + HCl ———> NH4Cl + H2O

NaCl + AgNO3 ——-> AgCl  + NaNO3

प्रेक्षण तालिका :- क्षारीय  मूलक की पहचान करना –

क्र0सं0प्रयोग प्रेक्षणनिष्कर्ष
1    मिश्रण + NaOH
थोड़ा सा गर्म करने पर  
अमोनिया  की गंध
आती है  
NH4+
संभव  
2परखनली के मुख पर
NH4OH से भीगी छड़
लाने पर
सफ़ेद धुआं
निकलता है
NH4+
निश्चित

रासायनिक अभिक्रियाएं :-

NH4Cl + NaOH   —–>   NaCl + H2O + NH3

NH3 + HCl           —–>    NH4Cl

परिणाम :- दिए गए लवण में उपस्थित  एक  अम्लीय मूलक तथा  एक  क्षारीय मूलक निम्न हैं –

          (i) अम्लीय मूलक  Cl ( क्लोराइड आयन )

          (ii) क्षारीय मूलक NH4+ ( अमोनियम आयन )

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