जब दो भिन्न भिन्न हैलोजन भिलकर सहसंयोजी यौगिक बनाते हैं तो उसे
अंतराहैलोजन यौगिक कहते हैं |
Month: September 2020
Anions and cations : List of important compounds
किसी लवण ,अम्ल ,क्षार आदि का सूत्र लिखने के लिए आयनों पर उपस्थित आवेश याद रखना जरूरी होता है | कुछ प्रमुख ऋणायनों तथा धनायनों पर आवेश की सूची यहाँ पर है |
बोर का परमाणु मॉडल Niels Bohr Atomic model
प्रस्तुतकर्ता : नील्स बोर (सन 1913)आधार : मैक्स प्लैंक के क्वांटम सिद्धांत पर आधारितपूर्व मॉडल : रदरफोर्ड का परमाणु मॉडल ( इसकी कमियों को दूर किया बोर मॉडल ने ) बोर के परमाणु मॉडल के प्रमुख बिंदु निम्न हैं।1-परमाणु के इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारो ओर कुछ निश्चित गोलाकार कक्षाओं में घूमते हैं जिन्हे स्थाई कक्षाएं…
Deacon process : know easily : डीकन विधि method for exams
डीकन विधि से क्लोरीन गैस का निर्माण क्लोरीन बनाने की एक औद्योगिक विधि है , क्लोरीन का उपयोग कागज तथा कपड़ो के कारखाने में , DDT तथा गेमेक्सीन बनाने में तथा जीवाणुनाशी के रूप में किया जाता है |
विलयन की सान्द्रता व्यक्त करने की विधियां
मोलरता :- 1 लीटर विलयन में उपस्थित विलेय पदार्थ के मोलों की संख्या को विलयन की मोलरता कहते हैं |
मोलरता =विलेय के मोलों की संख्या /विलयन का आयतन (लीटर में)
H2SO4 सल्फ्यूरिक अम्ल Sulphuric Acid
सल्फ्यूरिक अम्ल को कसीस का तेल (oil of vitriol) भी कहते हैं क्योंकि सोलहवीं सदी में Valentine ने इसे हरे कसीस (FeSO4.7H2O)के आसवन से प्राप्त किया था |यह रंगहीन ,तेल जैसा गाढ़ा द्रव (98% सान्द्र H2SO4) होता है|इसे रसायनों का
Mole Concept- मोल संकल्पना
मात्रकों की अन्तर्राष्ट्रीय पद्धति (SI system) में सात मौलिक राशियों की इकाइयों(units) में एक SI यूनिट ‘मोल’ भी है| पदार्थ की मात्रा को रसायन विज्ञान में ‘मोल’ में व्यक्त किया जाता है |
अनुमापन द्वारा KMnO4 विलयन की मोलरता ज्ञात करना
जिस विलयन की सांद्रता ज्ञात होती है उसे मानक विलयन कहतें हैं | जिसकी सांद्रता ज्ञात करनी होती है उसे मानक विलयन के निश्चित आयतन में धीरे धीरे करके मिलाते हैं |जैसे अभिक्रिया पूर्ण होती है रंग परिवर्तित हो जाता है (अंतिम बिंदु)|अज्ञात विलयन का प्रयुक्त आयतन पता चल जाता है | तुल्यांको के नियम का प्रयोग करके (n1×M1×V1= n2×M2×V2 )अज्ञात विलयन की मोलरता निकाल लेते हैं |इस प्रक्रिया को अनुमापन या टाइट्रेशन (Titration)कहतें हैं |
What are Nanoparticles नैनो कण क्या होते हैं
ये अत्यंत सूक्ष्म कण होते हैं जिनका व्यास 1 से 100 नैनो मीटर के मध्य होता है| नैनो तकनीक द्वारा विशेष गुणों वाले नैनो कणों को बनाया जाता है जब किसी पदार्थ को